ज्वार भारत में और इसे अक्सर रोटी के रूप में खाया जाता है। यह फाइबर और प्रोटीन का अच्छा स्रोत होता है और यह ग्लूटन-फ्री होता है।
बाजरा भी एक पौष्टिक मिलेट्स है, यह विटामिन बी, फोलेट, और एंटीऑक्सीडेंट्स का अच्छा स्रोत होता है। बाजरे से रोटी, हलवा, खीर और कुछ पेय पदार्थ भी बनाए जाते हैं।
कोदो मिलेट में प्रोटीन, खनिज और एंटीऑक्सिडेंट्स प्रचुर मात्रा में होते हैं। यह एनीमिया, कब्ज और खून साफ करने के अलावा अच्छी नींद लाने में भी सहायता करता है।
कुटकी मिलेट प्रोटीन, मैग्नीशियम और ज़िंक से भरपूर होता है। कोलेस्ट्रॉल को कम करने और पाचन को बेहतर करने में यह मदद करता है।
कंगनी मिलेट डायबिटीज के रोगियों के लिए एक अच्छा भोजन है, यह फाइबर और प्रोटीन का अच्छा स्रोत होता है। इससे पुलाव और उपमा बनाया जाता है।
सांवा मिलेट डायबिटीज और कब्ज से छुटकारा दिलाने में बहुत मदद करता है क्योंकि इसमें फाइबर अधिक और कैलोरी कम होती है।
रागी उच्च प्रोटीन और कैल्शियम का स्रोत होता है। रागी साउथ इंडिया में पसंद किया जाता है और दोसा, इडली, और रोटी के रूप में खाया जाता है।
कुट्टू मिलेट ग्लूटेन-मुक्त है और इसमें कॉपर, मैंगनीज, प्रोटीन और फ्लेवोनॉइड्स हैं। यह हृदय स्वास्थ्य को सुधारने और रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में सहायक है।