छठ पूजा में ठेकुआ का विशेष महत्व होता है। बिहार के इस पारम्परिक ठेकुए के बिना छठ पूजा अधूरी मानी जाती है।
गुड़ को गुनगुने पानी में घोलकर उसे, आंटे खोपरा और इलायची के मिश्रण में धीरेधीरे डालकर सख्त आंटा गूंथ लें।
अब इसके छोटे छोटे गोले बनाकर हाँथ से या सांचे से ठेकुए का आकार देकर उन्हें टूथपिक से पत्तियों का डिजाईन बना लें।
अब ठेकुओं को मध्यम आंच पर तब तक तलें जब तक वह खस्ता और सुनहरे न हो जाए।
ठेकुओं को ठंडा होने दें और फिर छठ मैया को अर्पित करें। यह प्रसाद श्रद्धा और भक्ति का सुंदर संगम है।